अमृतसर. लोकसभा चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। सोमवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से मुलाकात की। खबर है कि इस दौरान कैप्टन ने डॉ. सिंह को अमृतसर सीट से चुनाव लड़ने का न्यौता दिया।
असम से राज्यसभा सदस्य मनमोहन सिंह का कार्यकाल जून में खत्म हो रहा है। इसी के चलते पार्टी लोकसभा चुनाव में उन्हें प्रत्याशी के तौर पर लाने का मन बना चुकी है। पिछले काफी दिनों से अमृतसर से मनमोहन सिंह को कांग्रेस प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चा चल रही है। अब देखना होगा कि क्या डॉ. मनमोहन सिंह अमृतसर सीट से चुनाव लड़ते हैं या नहीं। अगर वह हां करते हैं तो प्रदेश में अमृतसर सीट वीवीआईपी सीट बन जाएगी।
स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद सोमवार को इसी सिलसिले में अब खुद मुख्यमंत्री ने डॉ. सिंह से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ प्रदेश प्रभारी आशा कुमारी और प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी थे। इस मुलाकात के बाद जानकारी मिली है कि मनमोहन सिंह ने अपनी सेहत का हवाला दिया है। बावजूद इसके कैप्टन और अन्य नेताओं ने उनसे अपील की है कि पंजाब में चुनाव अंतिम चरण में हैं, इसलिए प्रस्ताव पर विचार कर लें।
2014 में जेटली को कैप्टर ने हराया था
2014 के लोकसभा चुनाव में अमृतसर सीट से कांग्रेस की ओर से कैप्टन और भाजपा के अरुण जेटली के बीच मुकाबला हुआ था। कैप्टन ने जीत हासिल की थी। बाद में मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने लाेकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस के गुरजीत सिंह औजला जीते।
बाजवा भी जता सकते हैं अमृतसर से दावा
सूत्रों के मुताबिक पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने मनमोहन सिंह के लिए अपनी राज्यसभा सीट छोड़ने का प्रस्ताव रखा है। अगर बाजवा सीट छोड़ते हैं तो पार्टी को उन्हें लोकसभा चुनाव लड़वाना होगा और ऑप्शन अमृतसर होगा। क्योंकि उनके इलाके गुरदासपुर से सुनील जाखड़ सांसद हैं।