हैदराबाद। भाकपा में अगले महीने नेतृत्व परिवर्तन देखने को मिलेगा क्योंकि इसके महासचिव सुरावरम सुधाकर रेड्डी ने स्वास्थ्य कारणों से अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। रेड्डी पार्टी में सात वर्ष से महासचिव के पद पर हैं। पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी। रेड्डी ने 31 मार्च 2012 को पार्टी के शीर्ष पद का कार्यभार संभाला था और उनका मौजूदा तीसरा कार्यकाल 2021 में खत्म होने वाला था। लेकिन 20 जुलाई को दिल्ली में होने जा रही पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में वह ''अपनी सेवानिवृत्ति'' की घोषणा करने के लिये अड़े हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि 77 वर्षीय कम्युनिस्ट नेता ''अधिक यात्रा नहीं कर सकते हैं, उन्हें फेफड़े की समस्या, एसी से एलर्जी और अत्यधिक गर्मी एवं ठंड में परेशानी होती है।'' भाकपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, ''वह (रेड्डी) सेवानिवृत्ति के लिये अड़े हुए हैं।'' पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डी. राजा, ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस के महासचिव अमरजीत कौर और केरल के सचिव कनम राजेंद्रन को रेड्डी की जगह लेने वालों में अग्रणी के तौर पर देखा जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि पार्टी का नया प्रमुख आम सहमति से चुना जायेगा।
अगले महीने होगा भाकपा में नेतृत्व परिवर्तन, सुधारकर रेड्डी देंगे इस्तीफा