वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि चीन के पास अमेरिका के साथ व्यापार समझौता करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं छोड़ा जाएगा, क्योंकि उनके द्वारा चीन के उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ाने से उसकी अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी। ट्रंप ने सीबीएस न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ''चीन के साथ समझौता उपयोगी साबित होगा। अभी चीन कंपनियों की वजह से पूरी तरह परेशान हो जाएगा क्योंकि वे चीन को छोड़कर दूसरे देशों में जा रही हैं। हमारी खुद की कंपनियां भी ऐसा कर रही हैं क्योंकि वह शुल्क का भुगतान नहीं करना चाहती हैं।''
हाल के महीनों में ट्रंप सरकार ने 200 अरब डॉलर के चीन के सामान पर आयात शुल्क को बढ़ा दिया है। अभी उनकी योजना 300 अरब डॉलर मूल्य के और चीनी सामान पर भी शुल्क बढ़ाने की है। ट्रंप ने कहा, ''तथ्यों और सोचविचार के आधार पर मुझे लगता है कि चीन समझौता करेगा क्योंकि उसे समझौता करना पड़ेगा।'' उन्होंने कहा, ''चीन अपने उत्पादों पर सब्सिडी देगा क्योंकि वह चाहता है कि लोग काम करते रहें। इसलिए चीन को बहुत भुगतान करना होगा। हमने हमारे देश में आने वाले 250 अरब डॉलर के चीनी सामान पर 25 प्रतिशत का शुल्क लगाया है। इसमें 50 अरब डॉलर के उच्च प्रौद्योगिकी उत्पाद शामिल हैं।'' ट्रंप ने कहा '' आपको उत्पादों की कीमत में किसी भी तरह की या आभासी बढ़ोत्तरी नहीं दिखेगी, क्योंकि चीन प्रमुख तौर पर अपनी कंपनियों को सब्सिडी देगा। वह चाहता है कि उसकी कंपनियों में लोग काम करते रहें। उन्हें प्रतिस्पर्धी बने रहना है। अभी हम चीन के 300 अरब डॉलर के सामान पर और शुल्क बढ़ाने जा रहे हैं।'' अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने यह किया क्योंकि यह उनके लिए बहुत बड़ी बात है ना कि हमारे लिए। हमारे लिए यह बड़ी बात इसलिए नहीं है क्योंकि हम उन देशों से सामान खरीद सकते हैं जहां शुल्क नहीं है। इसलिए यह हमें प्रभावित नहीं करने वाला है। बाद में ट्रंप ने पत्रकारों से कहा कि वह इस माह जापान में जी-20 समूह की बैठक से अलग चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात करेंगे। कुछ रपटों के मुताबिक, चिनफिंग जी-20 सम्मेलन से दूर रह सकते हैं।