नयी दिल्ली। किसानों की स्थिति तथा महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध को लेकर राज्यसभा में नरेन्द्र मोदी नीत सरकार पर प्रहार करते हुए विपक्ष ने सोमवार को दावा किया कि 'न्यू इंडिया में आदमी आदमी से डरा हुआ है', महात्मा गांधी के हत्यारे की प्रशंसा करने वाले सत्तारूढ़ दल में हैं तथा घृणा एवं पीट पीटकर हत्या करने की घटनाएं चरम पर हैं। हालांकि इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए सत्तापक्ष की ओर से कहा गया कि विपक्ष को अपने रास्ते पर पुनर्विचार करना चाहिए और सदन चलाने में सहयोग देना चाहिए। उच्च सदन में राष्ट्रपति अभिभभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुए भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने सदन चलाने के लिए विपक्ष से सहयोग मांगा और विपक्षी दलों को इस बात पर विचार करने का परामर्श दिया कि क्या उनका रास्ता सही है। चर्चा में भाग लेते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने नड्डा के इस सुझाव पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस लोकतंत्र, समाजवाद, संघवाद और बहुसंख्यकवाद में विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि भारत की एकता, अखंडता, स्वतंत्रता एवं मान सम्मान और अस्तित्व के लिए यह जरूरी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसी रास्ते पर चलती रहेगी और चुनाव में हार जीत से उसका रास्ता नहीं बदल सकता। आजाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के दोषी नाथूराम गोडसे के बारे में एक भाजपा सांसद द्वारा लोकसभा चुनाव के दौरान दिए गये विवादास्पद बयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि उनके पास अक्तूबर तक मौका है कि वह गांधी की 150 वीं जयंती से पहले इस सांसद को पार्टी से हटा दें। पार्टी ने सत्तारूढ़ गठबंधन पर ''टेलीविजन पर सरकार चलाने'' का भी आरोप लगाया। उन्होंने भाजपा नीत राजग को लोकसभा चुनाव में मिली सफलता के लिए बधाई देते हुए कहा कि कांग्रेस सत्तारूढ़ दल की राह पर नहीं चल सकती। उन्होंने कहा कि भले ही इस राह पर चल कर ''उन्हें जीत मिली हो, पर देश हार गया है।'' आजाद ने कहा कि भाजपा नीत सरकार ''न्यू इंडिया'' की बात करती है लेकिन शायद ही अमेरिका, चीन, ब्रिटेन जैसे किसी देश में इस तरह का विचार सामने आया हो। अधिकतर देशों ने देश की प्रगति के लिए आधुनिक (मॉडर्न) शब्द का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि हमें अपना पुराना भारत ही चाहिए जहां कोई सांप्रदायिक नफरत नहीं थी। इस नए भारत में इंसान, इंसान का दुश्मन है और आदमी को आदमी से ही डर लगता है। अब जंगलों में डर नहीं लगता लेकिन बस्तियों में जाने से डर लगता है। राष्ट्रपति अभिभाषण में महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार द्वारा किए गए विभिन्न प्रयासों के उल्लेख का हवाला देते हुए आजाद ने कहा कि भाजपा सरकार में महिलाओं की क्या स्थिति है, यह पिछले पांच साल में देश में बच्चियों के साथ बढ़ती बलात्कार की घटनाओं से स्पष्ट हो जाता है।
उन्होंने कहा कि 2016 के बाद राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा उसकी रिपोर्ट ही पेश नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि 2014 से 2016 के बीच में भाजपा सरकार के शासनकाल में महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं में 83 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। देश में हर एक घंटे में महिलाओं के खिलाफ 39 अपराध हो रहे हैं। इससे पहले प्रस्ताव पेश करते हुए नड्डा ने विपक्ष को उनके रास्ते पर विचार करने को कहा। उन्होंने कहा कि हमने अपने रास्ते पर भी विचार किया है और चुनाव में ''जनता ने हमें भारी बहुमत से जिता कर यह साबित कर दिया है कि हमारा रास्ता सही है।'' भाजपा नेता ने किसी का नाम लिए बिना कहा ''कभी कभी अहंकार विवेक पर पर्दा डाल देता है। '' उन्होंने यह भी कहा कि कुछ बातें देख कर ऐसा लगता है कि ''रस्सी जल गई पर बल नहीं गया।'' नड्डा ने दावा किया कि मौजूदा भाजपा सरकार ने किसानों, महिलाओं, गरीबों, युवाओं के प्रति मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए उन्हें सशक्त बना कर मुख्यधारा में लाने के उपाय किए हैं। राष्ट्रपति अभिभाषण में इन्हीं उपायों की चर्चा की गई है। भाजपा नेता नड्डा ने दावा किया कि सरकार ने सामाजिक सहित विभिन्न क्षेत्रों में पिछले पांच सालों के दौरान जो प्रयास किए हैं उससे '' भारत नयी छलांग लगाता दिख रहा है।'' साथ ही विश्व उसकी हामी भर रहा है। कृषि क्षेत्र की चर्चा करते हुए नड्डा ने कहा कि देश में लंबे समय तक किसानों के नाम पर आंसू बहाए गए और राजनीतिक रोटियां सेंकी गईं। किंतु मौजूदा सरकार ने किसानों के लिए जमीनी स्तर पर काम किया और उसने 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है।