'वहां तिल-तिल कर मौत मिलती है ...अपने हिंदू होने की पहचान मिटाकर एक जिंदा लाश बनकर रहना पडता है ..दिन का उजाला भी गहरी काली अंधेरी रात है ..शाम के बाद एक डर होता कि कब की हमारे घर पर हमला कर देगा और हमारी बेटियों को उठा ले जाएगा. कहते है पाकिस्तान में रहने के दो ही रास्ते है या मुसलमान बने या मरो.'
पाकिस्तान में हिंदुओं को जीने का हक भी नहीं और कश्मीरियों को बरगलाने की करता है साजिश