कड़ाके की ठंड में अयोध्या में रामलला ने भी पहने गर्म कपड़े, हीटर की भी हुई व्यवस्था


उत्तर भारत में इन दिनों सर्दी सितम ढा रही है। पूरे उत्तर भारत में रिकॉर्डतोड़ ठंड से इंसान ही नहीं भगवान भी परेशान है। मंदिरों में अब भगवान को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़े पहनाए जा रहे है। अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब भगवान रामलला को गर्म कपड़े पहनाए गए है। कड़ाके की ठंड में अब राम जन्मभूमि मंदिर में विराजमान रामलला अब ऊनी कपड़े पहनेंगे। इसके लिए अब पूरे हफ्ते में अलग अलग सातों दिनों के लुए अलग –अलग सात रंग की ड्रेस तैयार करवाई गई है।
रामलला को सोमवार के दिन सफेद, मंगलवार को लाल,बुधवार को हरे,गुरुवार को पीले, शुक्रवार को क्रीम, शनिवार को नीले और रविवार को गुलाबी रंग के वस्त्र पहनाए जाएंगे। रामलला मंदिर के पुजारी आचार्य सत्येद्र दास ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट से राममंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद व्यवस्था में यह पहला बड़ा बदलाव किया गया है।


अयोध्या के प्रमुख संत रामचंद्र दास वेबदुनिया से बातचीत में कहते हैं कि रामलला को अलग- अलग रंग के कपड़ों को पहनाने के पीछे धर्मिक मान्यता है उनके अनुसार हर दिन के हिसाब से एक रंग को शुभ माना गया है। वह कहते हैं कि अयोध्या के सभी प्रमुख मंदिरों जैसे कनक भवन, राम बल्लभाकुंज,मणिराम रामछावनी में भगवान के कपड़ों में दिन के हिसाब से बदलाव करने का प्रचलन वर्षो से चला आ रहा है तो ऐसे में रामलला जोकि अयोध्या का प्रमुख मंदिर है वहां पर कपड़ों में दिन के हिसाब से बदलाव होना चाहिए।
वह कहते हैं कि जब सुप्रीम कोर्ट से फैसला आ चुका है तब रामलला की सुविधाओं में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।


 


वहीं विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा वेबदुनिया से बातचीत में कहते हैं कि रामलला को कड़ाके ठंड से बचाने के लिए ऊनी वस्त्र और हीटर की व्यवस्था की मांग उन्होंने पिछले साल ही कमिश्नर से की थी वह कहते हैं कि सुरक्षा कारणों से रामलला के अस्थाई मंदिर में प्रशासन ने विहिप की मांग पर पहले ही हीटर की व्यवस्था कर चुका है। वह कहते हैं रामलला का भव्य मंदिर बनाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी अभी राममंदिर ट्रस्ट का निर्माण नहीं हुआ तो अभी जहां रामलला विराजमान है वहीं प्रशासन कोई चूक न करते हुए पूरी व्यवस्था करें।