पाकिस्तान में आतंकी हरमीत की हत्या के बाद इंटेलीजेंस का अलर्ट, राज्य में बड़ी वारदात की आशंका

चंडीगढ़. पाकिस्तान में खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) के चीफ आतंकी हरमीत सिंह उर्फ पीएचडी की हत्या के बाद भारत की इंटेलीजेंस एजेंसियां अलर्ट पर हैं। बुधवार को केंद्र और राज्य की खुफिया विंग ने पंजाब के लिए हाईअलर्ट जारी किया है। खुफिया तंत्र को आशंका है कि पीएचडी की हत्या के बाद उसके समर्थक गुस्से में है। वे पंजाब के बॉर्डर एरिया में किसी घटना को अंजाम दे सकते हैं। इसलिए इंटेलिजेंस ने अलर्ट जारी कर सतर्कता बरतने को कहा है।


लाहौर में की गई थी हरमीत की हत्या


केएलएफ चीफ हरमीत सिंह की पाकिस्तान के लाहौर में सोमवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दिल्ली में बुधवार को केंद्रीय एजेंसियों के साथ डीजीपी डीजीपी दिनकर गुप्ता ने मीटिंग की थी। इस मीटिंग में केंद्र की खुफिया एजेंसियों द्वारा यह जानकारी शेयर की गई कि जो पंजाब के आतंकी पाकिस्तान ठहरे हुए हैं। इनमें प्रमुख रूप से बब्बर खालसा इंटरनेशनल ग्रुप के वधावा है। डीजीपी का कहना है कि हरमीत पिछले कुछ सालों से पंजाब में हो रही बड़ी वारदातों में शामिल रहा था। जिनमें हिन्दू नेताओं की टारगेटिंग किलिंग शामिल है।


बब्बर खालसा का अभी नेटवर्क बरकरार
खुफियां एजेंसियों का मानना है कि बब्बर खालसा इंटरनेशनल के चीफ वधावा सिंह बब्बर और परमजीत सिंह पंजवड़ पंजाब में माहौल खराब करने की फिराक में हैं। ये इटली, जर्मन और कनाडा में रह रहे पूर्व आतंकियों के संपर्क में हैं। इनको विदेशों से फंड का मिल रहा है। हरमीत को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने सुरक्षा भी दे रखी थी। पिछले एक वर्ष से उसकी सुरक्षा को वापस ले लिया था।


पाक में आतंकी कर रहे प्रॉपर्टी डीलर का काम
खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली है कि पंजाब से गए आतंकी पाकिस्तान में प्रापर्टी डीलर का काम करते हैं। वहीं, इनको पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई फंडिंग कर रही है। इसके जरिए ये अपना नेटवर्क चलाते हैं। वहीं यह भी भारत की खुफिया एजेंसियों को कुछ ऐसे एड्रेस भी मिले हैं, जहां पर ये आतंकी ठहरे हुए हैं।