सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ दार्जिलिंग में मुख्यमंत्री ने निकाली रैली

दार्जिलिंग. नागरिकता संशोधन कानून, राष्ट्रीय नागरिक पंजी तथा एनपीआर को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने विपक्ष शासित सभी राज्यों से सीएए के खिलाफ प्रस्ताव पास करने की अपील की है। इसके साथ ही राज्य विधानसभा में भी 27 जनवरी को विशेष सत्र के दौरान इसके खिलाफ प्रस्ताव लाया जाएगा। इस कड़ी में बुधवार को मुख्यमंत्री ने सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ दार्जिलिंग में एक रैली निकाली। इस मौके पर उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा। उत्तर बंगाल के दौरे के दूसरे दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को दार्जिलिंग में लगभग पांच किलोमीटर पैदल चलकर लोगों से सीधा संवाद किया। ममता रिचमंड हिल सरकारी आवास से पैदल चलकर नेहरू रोड स्थित एक पल्स पोलियो केंद्र पर पहुंची और यहां तीन शिशुओं को पोलिया रोधी दवा भी पिलाई। साथ ही, मौके पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से स्वास्थ्य के बारे में जानकारी भी प्राप्त की। इस मौके पर उन्होंने कुछ पत्रकारों और बच्चों के बीच कपड़े भी वितरित किए। इस दौरान उन्होंने लोगों से उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की और उन्हें भरोसा दिलाया कि वह उनकी समस्याओं को दूर करने का हर संभव प्रयास करेंगी। लोगों ने भी खुलकर अपनी समस्याओं से दीदी को अवगत कराया। हिल्स पर लोगों से संवाद कायम करने की इस बार नई पहल कर दीदी ने राजनीतिक पंडितों को सकते में डाल दिया। जानकारों का मानना है कि इन दिनों दीदी अपनी नई छवि गढ़ने में जुटी हुई हैं। रार्बट्सन रोड, नेहरू रोड और भानुभवन रोड होते हुए मुख्यमंत्री रिचमंड हिल सरकारी भवन पहुंची और विश्राम किया। ज्ञात रहे कि अब तक दीदी अपने दौरे के दौरान इन दिनों हर जगह सीएए-एनआरसी के विरोध में पैदल मार्च करती थीं, लेकिन पहाड़ पर उन्होंने सीएए और एनआरसी के विरोध में पैदल मार्च में शामिल होने की घोषणा की थी। सोमवार की शाम दार्जिलिंग पहुंचते ही दीदी ने गोजमुमो नेताओं और जीटीए के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर विचार-विमर्श किया। बैठक में गोजमुमो के वरीय नेता विनय तामांग और जीटीए चेयरमैन अनित थापा समेत कई अन्य नेता शामिल रहे। बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा हुई इसकी जानकारी तत्काल पता नहीं चल सकी।