लक्ष्मी नगर में डा. हरिदत्त शर्मा को मिल रहा है भारी समर्थन

लक्ष्मी नगर दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में लक्ष्मी नगर विधानसभा सीट पर आप और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है। अगर बात करें 2015 विधान सभा चुनाव नतीजों की तो आम आदमी पार्टी के नितिन त्यागी ने यहां से जीत दर्ज की थी। आम आदमी पार्टी ने इस बार फिर से नितिन त्यागी को मैदान में उतारा है। नितिन त्यागी को इस बार कांग्रेस के डा. हरिदत्त शर्मा एवं भाजपा के अभय कुमार वर्मा से कड़ी टक्कर मिल रही है। लक्ष्मी नगर सीट पर 2013 से पहले कांग्रेस के दिग्गज डा. ए.के वालिया का बोलबाला था। डा. वालिया इस विधानसभा सीट से लागातार जीतते आ रहे थे, लेकिन 2013 और 2015 के विधानसभा चुनाव में वालिया चुनाव हार गए। कांग्रेस ने इस सीट से इस बार हरि दत्त शर्मा को मैदान में उतारा है। लक्ष्मी नगर विधानसभा सीट दिल्ली की उन विधानसभाओं में से एक है, जहां बड़े-बड़े शोरूम, माल के साथ सीबीएसई का बडा आफिस भी है। लक्ष्मी नगर में अवैध कालोनियों का अंबार है। संकरी गालियां और भीड़-भाड़ वाला इलाका के तौर पर लक्ष्मी नगर की पहचान है। लक्ष्मी नगर में बड़े पैमाने पर सीए और सीएस के स्टूडेंट्स रहते हैं। पूर्वाचली छात्र इस इलाके में रह कर सीए और सीएस की तैयारी करते हैं। यहां पर सीए और सीएस के कई कोचिंग संस्थान हैं। अगर जातीय समीकरण की बात करें तो यहां पर बीस फीसदी ब्राह्मण, 22 फीसदी पंजाबी, 11 फीसदी मुस्लिम, दस फीसदी उत्तराखंडी वोटर्स की संख्या है। आठ फीसदी बनिया वोट बैंक के साथ आठ फीसदी एससी और 16 फीसदी ओबीसी वोटर्स भी इस विधानसभा में जीत-हार में निर्णायक भूमिका अदा करते हैं। इस विध नसभा में अवैध निर्माण सबसे बड़ा मुद्दा है। बड़े पैमाने पर अतिक्रमण से भी लोग परेशान रहते हैं। पार्किंग यहां की प्रमुख समस्याओं में से एक है। सफाई व्यवस्था भी इलाके के लिए अहम महों में एक है। इलाके में सफाई व्यवस्था की कमी की वजह से गंदगी का अंबार है। इस इलाके में बीमारियों के फैलने की आशंका बहुत ज्यादा बनी रहती है। इसी इलाके में साल 2010 में हुआ ललिता पार्क हादसा हुआ था, जिसमें 70 लोगों की जान चली गई थीं। इलाके के विकास मार्ग पर बड़े-बड़े शोरूम होने से पार्किंग की समस्या रहती है. पार्किंग के कारण इलाके में जाम की समस्या आम बात है। पाण्डवनग