अनलॉक 1 में कोई भी लापरवाही जानलेवा हो सकती है


एम्स  के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने देश के आमजनों को आगाह किया है कि कोरोना वायरस को लेकर अनलॉक 1 में कोई भी लापरवाही जानलेवा हो सकती है। इसलिये घर से निकलने वक्त मास्क पहनना,सोशल डिस्टेंसिग का सख्ती से पालन और लगातार सैनिटाइज का उपयोग करना बहुत जरुरी है। उन्होंने देश में कोरोना वायरस के पीक पर आने की आशंका भी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली,मुंबई जैसे महानगरों में कम्यूनिटी ट्रांसफर का खतरा अब बढ़ गया है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि देश के प्रमुख 10-12 शहरों में ही लोकल ट्रांसमिशन का खतरा बरकरार रह सकता है। उन्होंने  देश में लंबे समय तक लॉकडाउन को लागू करने के फैसले का भी बचाव किया है। उन्होंने स्वीकार किया कि लॉकडाउन के कारण ही देश में संक्रमितों की संख्या शुरआती दौर में कम रही। हालांकि उन्होंने दिल्ली सरकार के दिल्लीवासियों के ही ईलाज को लेकर इतना ही कहा कि देश के सभी नागरिकों को स्वास्थ्य सेवा मिलना बुनियादी अधिकार है। इसमें किसी को रोका नहीं जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि महानगरों में सरकार को अलग से कुछ रणनीति बनाने की आवश्यकता है। देश के लगभग 70 फीसदी केस भी इन्हीं महानगरों में ज्यादातर है। एम्स के डायरेक्टर ने कहा है कि देश में कोरोना वायरस के पीक आना बाकी है। उन्होंने जून-जुलाई में संक्रमितों की संख्या में तेजी की आशंका भी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि एम्स में 70 से 80 केस लगभग लोकल ट्रांसमिशन के आने शुरु हो गए है। उन्होंने लॉकडाउन में छूट को जरुरी बताते हुए इसमें सावधानी बरतने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना के शुरुआती लक्षण में घर पर रहना चाहिये। देश के अस्पतालों में बेड और वेंटिलेटर्स की कमी तो नहं होगी,लेकिन इमरजेंसी में ही लोगों को भर्ती किया जा सकता है। वरना घरों पर ही आवश्यक गाइडलाइंस का पालन करके और डॉक्टर के संपर्क में रहकर भी हम कोरोना को हरा सकते है।