पूरी हुई दादी विजयाराजे सिंधिया की मुराद, भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य


मध्य प्रदेश में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए हैं। गौरतलब है कि सिंधिया ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उनके साथ ही मध्य प्रदेश के 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया जिससे प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली 15 महीने पुरानी कांग्रेस सरकार गिरने के कगार पर पहुंच गई है। सिंधिया का कांग्रेस में 18 साल का संबंध रहा है। ग्वालियर के सिंधिया राजघराने से ताल्लुक रखने वाले ज्योतिरादित्य विजयाराजे सिंधिया के पोते है।  विजयाराजे सिंधिया जनसंघ और भाजपा की संस्थापक सदस्यों में रही हैं। उन्होंने जनसंघ और भाजपा के टिकट पर लोकसभा का चुनाव भी जीता था। वहीं, ज्योतिरादित्य के पिता माधवराव सिंधिया ने कांग्रेस पर भरोसा जताया और पार्टी के साथ रहे। हालंकि, ज्योतिरादित्य की दो बुआ भाजपा में शुरू से ही रही हैं। वसुंधरा राजे सिंधिया और यशोधरा राजे सिंधिया ने भाजपा की वरिष्ठ नेताओं में हैं। वसुंधरा राजे सिंधिया कई बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रहीं जबकि यशोधरा राजे मध्य प्रदेश की राजनीति में बड़े पदों पर रही हैं। वसुंधरा राजे सिंधिया के बेटे दुष्यंत भी भाजपा के सांसद हैं।  मंगलवार की सुबह जब देश होली मना रहा था, तभी सिंधिया ने भाजपा के वरिष्ठ नेता और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर मुलाकात की। इससे पहले, मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री मोदी के साथ सिंधिया की बैठक लगभग एक घंटे तक चली। इसके बाद सिंधिया ने ट्विटर पर अपना इस्तीफा पोस्ट किया। सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते सिंधिया को निष्कासित किया गया है।