दलित महिला प्रत्याशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर फंसे एलडीएफ संयोजक

तिरूवनंतपुरम। केरल में लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) की दलित महिला उम्मीदवार के खिलाफ सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के संयोजक ए विजयराघवन की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी से एलडीएफ मुश्किल में फंस गया है। विजयराघवन ने अलाथुर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस उम्मीदवार राम्या हरिदास और आईयूएमएल नेता पी के कुन्हलकुट्टी के बीच हाल की भेंट के संदर्भ में सोमवार को मलप्पुरम जिले में एक चुनाव कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर विवादास्पद टिप्पणी की थी। इस पर सोशल मीडिया पर काफी नाराजगी दिखी। पूर्व मुख्यमंत्री ओम्मन चांडी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन और विपक्षी नेता रमेश चेन्नितला समेत वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने विजयराघवन से कथित महिला विरोधी बयान को लेकर माफी मांगने की मांग की है। रामचंद्रन ने वाममोर्चा सरकार से विजयराघवन के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। माकपा के दो बार के सासंद पी के बीजू के खिलाफ चुनाव लड़ रहीं राम्या ने कहा कि वह विजयराघवन के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराएंगी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इससे (बयान से) मुझे मानसिक पीड़ा हुई है... उन्हें सोचना चाहिए था कि मेरा भी परिवार है। चरित्र हनन को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता है। ’’ उन्होंने कहा कि एलडीएफ नेता ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब पार्टी पुनर्जागरण और प्रगतशील मूल्यों की बात कर रही है और मुख्यमंत्री महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का दावा करते हैं। विजयराघवन ने सफाई दी है, ‘‘मेरी मंशा किसी की छवि को नुकसान पहुंचाना नहीं था। यह राजनीतिक भाषण था। राम्या मेरे लिए बहन जैसी हैं। मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो महिलाओं का सम्मान करता है।’’