लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दावा किया है कि बसपा प्रमुख मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव परस्पर गठबंधन करके और कमजोर हो गये हैं। मौर्य ने यहां बातचीत में कहा ना तो अखिलेश यादव और ना ही मायावती खुद को गठबंधन में मजबूत कर पाये हैं। वास्तविकता यह है कि गठबंधन करके ये दोनों ही कमजोर हो गये हैं। अखिलेश की तरफ इशारा करते हुए एक व्यक्ति जो अपने पिता का ना हुआ, वह बुआ (मायावती) के साथ झूठा सम्बन्ध कैसे निभा सकता है। क्या आपको लगता है कि ऐसे रिश्ते ज्यादा दिन चल पाएंगे? उन्होंने कहा वे इस बात को लेकर चिंतित हैं कि क्या सपा का वोट बसपा में और बसपा का वोट सपा में अंतरित हो पाएगा। जब उन्हें यह पता लगता है कि ऐसा नहीं हो पाएगा तो उनका मानसिक तनाव और ब्लड प्रेशर दोनों बढ़ जाते हैं। मौर्य ने महागठबंधन बनाने वाली सपा, बसपा और रालोद पर तंज करते हुए सपा को समाप्त पार्टी, बसपा को बिल्कुल समाप्त पार्टी और रालोद को रोज लुढ़कता दल करार दिया और कहा कि इन पार्टियों का चरित्र सभी को मालूम है। उन्होंने दावा किया कि सपा—बसपा—रालोद का गठबंधन उत्तर प्रदेश में कहीं भी भाजपा के लिये चुनौती नहीं बन पाएगा। वर्ष 2014 में हम रायबरेली, अमेठी और आजमगढ़ समेत वे सभी सीटें भी जीतेंगे, जहां हम हार गए थे।
गठबंधन करके और कमजोर हो गये हैं अखिलेश और मायावती: केशव मौर्य