महबूबा मुफ्ती ने अलगाववादी मानसिकता संबंधी जेटली की टिप्पणी पर कसा तंज

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि ‘नए भारत’ में धर्म के नाम पर पीट-पीट कर लोगों की हत्या करने वालों का सत्कार करना और उन्हें माला पहनाना अस्वीकार्य है। पीडीपी अध्यक्ष केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की एक टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रही थीं। जेटली ने कहा था कि कश्मीर में मुख्यधारा वाली पार्टियों के बयान ‘अलगाववादी मानसिकता’ पैदा करते हैं और नए भारत में यह स्वीकार नहीं है। महबूबा ने एक ट्वीट में कहा कि अगर लोगों के लिए खड़ा होना उन्हें अलगाववादी और देश विरोधी बनाता है तो वह गर्व के साथ स्वीकार करती हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा नया भारत अस्वीकार्य है जहां धर्म के नाम पर पीट-पीटकर लोगों की हत्या करनेवालों को माला पहनाया जाता है और उनका सम्मान किया जाता है। अगर अपने लोगों के लिए खड़ा होना मुझे अलगाववादी और देश विरोधी बनाता है तो इसे मैं गर्व के साथ स्वीकार करूंगी। दरअसल नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला द्वारा जम्मू-कश्मीर में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति पद की फिर से मांग किए जाने के बाद जेटली ने सोमवार को कहा था कि उनका यह बयान अलगाववादी मानसिकता पैदा करता है और नए भारत में किसी भी सरकार को इस तरह की गलती करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।