मिर्जा गालिब को भारत रत्न दिए जाने की राज्यसभा में उठी मांग


नयी दिल्ली। राज्यसभा में सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के एक सदस्य ने उर्दू के महान शायर मिर्जा गालिब को भारत रत्न दिए जाने की मांग की। तृणमूल कांग्रेस सदस्य मोहम्मद नदीमुल हक ने शून्यकाल में विशेष उल्लेख के जरिए यह मांग की। उन्होंने कहा कि आगरा में पैदा हुए ग़ालिब ने 11 साल की उम्र से ही गद्य तथा पद्य लिखना शुरू कर दिया था। गालिब को भारत रत्न दिए जाने की मांग करते हुए हक ने गजल क्षेत्र में उनके योगदान का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि गालिब को जो सम्मान मिलना चाहिए था, वह उन्हें नहीं मिला। 


शून्यकाल में ही बीजद के प्रसन्न आचार्य ने कोयला रॉयल्टी में संशोधन की मांग करते हुए कहा कि लंबे समय से इसमें कोई संशोधन नहीं हुआ है। सपा के सुखराम सिंह यादव ने टॉल टैक्स से जुड़ा मुद्दा उठाते हुए कहा कि कई बार सांसदों को असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है। उन्होंने मांग की कि टॉल टैक्स की जगह गाड़ियों को खरीदने के समय ही एकमुश्त कर ले लिया जाना चाहिए। भाजपा के विजयपाल सिंह तोमर ने किसान क्रेडिट कार्डों से जुड़ा मुद्दा उठाते हुए इसकी सीमा मौजूदा तीन लाख रुपये से बढ़कार पांच लाख रुपये करने तथा इसकी अवधि पांच साल करने की मांग की।  तोमर ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक किसान द्वारा बैंक के सामने आत्महत्या किए जाने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों पर बैंकों द्वारा दबाव बनाया जाता है। कांग्रेस के पीएल पुनिया ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति से जुड़ा मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि संबंधित नियमों में बदलाव किया गया है जिससे लाखों छात्रों के प्रभावित होने का खतरा पैदा हो गया है।