12 नए केस तब्लीगी जमात से जुड़े सामने आए, कुल संक्रमितों की संख्या 53 पर पहुंची

जयपुर. यहां संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। शुक्रवार को भी 12 मामले सामने आए। जिसमें सुबह सात संक्रमित केस तब्लीगी जमात से बताए जा रहे हैं। वहीं शाम को 5 केस भी तब्लीगी जमात से जुड़े सामने आए। जिसके बाद जयपुर में कुल संक्रमितों की संख्या 53 पहुंच गई। इससे राज्य सरकार के साथ ही चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महकमे की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। वहीं, पुलिस प्रशासन भी सख्ती से लॉक डाउन की पालना करवा रहा है। परकोटे को सीलबंद कर दिया गया है। वहां अति आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों व वाहनों को ही प्रवेश दिया जा रहा है। इससे लहले गुरुवार सुबह 7 नए केस सामने आए थे।


लोगों ने गलियों में खुद भी लगाए बेरिकेडिंग


रामगंज का कोठी कोलियान सबसे संवदेनशील जगह है। चौकी पर तैनात हैड कांस्टेबल शिव कुमार बोले- यहां लोगों ने अपने स्तर पर लॉकडाउन किया है। कोई समूह में बैठे तो जाकर हटा देते हैं। गलियों में पुलिस बेरिकेडिंग नहीं है। लोगों ने बल्लियां व ठेलों से ही रास्ते को बंद किए हैं।


रामगंज में 25 मार्च को आया था पहला केस, अकेले इसी से जुड़े है 17 केस


यहां संक्रमण का पहला मामला ओमान से आए 45 साल के व्यक्ति में मिला था। वह 11 मार्च को ओमान से आया था।ओमान से लौटने के बाद मेडिकल टीम ने इस व्यक्ति को क्वारैंटाइन में रहने के लिए कहा था। लेकिन वह दोस्तों से मिलता रहा, मस्जिद जाकर नमाज पढ़ता रहा और शहर में घूमता रहा। 24 मार्च को इसे बुखार आया, तो एसएमएस अस्पताल की कोरोना ओपीडी में हिस्ट्री और लक्षण देखकर उसे भर्ती कर लिया गया। बाद में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही पूरा क्षेत्र अति संवेदनशील घोषित कर दिया गया है। प्रशासन ने पूरे इलाके को सील कर दिया है।


कैसे 3 कोरोना पॉजिटिव से 30 और संक्रमित होते चले गए
ओमान से आए एक शख्स के असंयमित व्यवहार ने जयपुर को संकट में डाल दिया है। सबसे पहले पहले संक्रमित का दोस्त कोरोना की चपेट में आया। फिर एक अन्य रिश्तेदार। इसके बाद लगातार केस सामने आ रहे हैं। 


जयपुर में 53 पॉजिटिव, 1970 लोगों को किया होम आइसोलेशन


वहीं, जयपुर में कुल संक्रमित लोगों की संख्या 48 पहुंच गई है। अभी जयपुर में 1970 कोरोना संदिग्ध हैं, जिन्हें घरों में रहने के निर्देश हैं। इनमें अधिकांश विदेश से आए हैं या इनके संपर्क में आने वाले हैं। दूसरी तरफ जयपुर परकोटे की सभी सीमाएं सील कर दी हैं। अब परकोटे में सिर्फ पुलिस, चिकित्साकर्मियों और मीडिया समेत कुछ ही लोगों को एंट्री दी जा रही। इसके अलावा परकोटा बाहरी लोगों के लिए बिल्कुल बंद रहेगा।