अप्रैल-जून तिमाही में बिजनेस को लेकर उम्मीद न्यूनतम स्तर पर, 2009 के वित्तीय संकट से ज्यादा खराब रैंकिंग: रिपोर्ट

नई दिल्ली. कोरोनावायरस महामारी के कारण देश में कारोबारी भावना में अनिश्चितता बढ़ रही है। इस कारण कैलेंडर ईयर 2020 की अप्रैल-जून तिमाही में बिजनेस को लेकर उम्मीद रिकॉर्ड न्यूनतम स्तर पर आ गई है। अप्रैल-जून तिमाही में डन एंड ब्रैडस्ट्रीट कंपोसिट बिजनेस ऑप्टिमिज्म इंडेक्स 49.40 फीसदी पर आ गया है। यह 2009 के वित्तीय संकट के मुकाबले निचले स्तर पर चला गया है। इस इंडेक्स में एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 37 फीसदी की गिरावट आई है।



लॉकडाउन के कारण गैर-जरूरी गतिविधि रूकने से आई गिरावट
डन एंड ब्रैडस्ट्रीट के मुख्य अर्थशास्त्री अरुण सिंह का कहना है कि इस समय कंपोसिट बिजनेस ऑप्टिमिज्म इंडेक्स 2009 के वित्तीय संकट के मुकाबले 7 फीसदी ज्यादा गिर गया है। अरुण सिंह के मुताबिक देशव्यापी लॉकडाउन के कारण इंडस्ट्रीयल और सर्विस सेक्टर में सभी गैर-जरूरी गतिविधियां रूक गई हैं। इस कारण नेट सेल्स और नए ऑर्डर्स में उम्मीद का स्तर 18 साल से कम पर आ गया है। सर्वे में नेट प्रॉफिट की उम्मीद 48 फीसदी रिकॉर्ड की गई है। यह पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 21 फीसदी कम है। नए ऑर्डर्स को लेकर उम्मीद 24 फीसदी रह गई है जो 2019 की अप्रैल-जून तिमाही के मुकाबले 39 फीसदी कम है।



आपूर्ति और मांग में भारी कमी के कारण घटी उम्मीद
अरुण सिंह का कहना है कि कोविड-19 के कारण शुरुआत में आपूर्ति प्रभावित हुई थी। बाद में इसका असर मांग पर भी पड़ा। इस कारण से कारोबारी उम्मीद न्यूनतम स्तर पर आ गई है। उन्होंने कहा कि वित्तीय क्षेत्र में इसका स्पष्ट प्रभाव दिखाई देता है। उन्होंने मांग में कमी के कारण कैशफ्लो के संकट, कारोबारी कर्ज में बढ़ोतरी से बड़े पैमाने पर क्रेडिट डिफॉल्ट और दिवालियापन की घटनाएं बढ़ने की आशंका जताई। इस सर्वे रिपोर्ट में सभी 6 ऑप्टिमिज्म इंडेक्स- ऑप्टिमिज्स फॉर सेल्स वॉल्यूम, नेट प्रॉफिट, सेलिंग प्राइस, ऑर्डर बुक पोजीशन, इन्वेंट्री और वर्कफोर्स साइज में सालाना आधार पर गिरावट दर्ज की गई है। डन एंड ब्रैडस्ट्रीट कंपोसिट बिजनेस ऑप्टिमिज्म इंडेक्स विभिन्न सेक्टर्स की तिमाही कारोबारी उम्मीदों के आधार पर तैयार किया जाता है।



3 मई तक लगा है देशव्यापी लॉकडाउन
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए केंद्र सरकार ने 25 मार्च से 14 मार्च तक 21 दिनों का लॉकडाउन लगाया था। लेकिन कोरोना के मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार ने इसे बढ़ाकर 3 मई तक के लिए कर दिया है। हालांकि, जिन क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के मामले नहीं हैं, वहां पर सरकार ने 20 अप्रैल यानी आज से लॉकडाउन में कुछ छूट दी है। इन क्षेत्रों में आज से इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर, मीट, मछली, किराना इत्यादि आवश्यक वस्तुओं या सेवाओं की दुकानें खुल सकती हैं।