चीन में महामारी से स्थिति में सुधार, जुलाई से शुरू होगी चाइनीज सुपर लीग; तुर्कमेनिस्तान में रविवार से ही आगाज कर दिया

शंघाई. पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेने वाले कोरोनावायरस (कोविड-19) ने चीन के वुहान शहर से ही अपने पैर पसारने शुरू किए थे। अब पूरी दुनिया संकट में है, लेकिन चीन ने इस पर काबू पा लिया है। इस देश ने अब रुके हुए खेलों को भी पटरी पर लाने की कवायद शुरू कर दी है। यहां फुटबॉल टूर्नामेंट चाइनीज सुपर लीग (सीएसएल) जून के आखिरी या जुलाई के पहले हफ्ते से शुरू होने जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह जानकारी गुआंगझोऊ आरएंडएफ क्लब के चेयरमैन हुआंग शेंघुआ ने दी है। वहीं, तुर्कमेनिस्तान में भी रविवार से फुटबॉल लीग के सीजन का आगाज हो गया है।


तुर्कमेनिस्तान में पहला मैच देखने के लिए 500 लोग पहुंचे, जबकि स्टेडियम की दर्शक क्षमता 20 हजार है। यहां देश में कोरोनावायरस का एक भी मामला नहीं आया है। मार्च में अन्य देशों की तरह सुरक्षा को देखते हुए यहां भी लीग के मैच स्थगित कर दिए गए थे। यहां की लीग में 8 टीमें उतरती हैं। इस लीग के शुरू पर विश्व के अन्य बड़े देशों ने आपत्ति जताई है।


सीएलएल में हर टीम 30-30 मैच खेलेगी
शेंघुआ ने कहा, ‘‘यहां की मौजूदा स्थिति काफी बेहतर है। इसे देखते हुए यह फैसला किया गया है कि सीएसएल के इस सीजन की शुरुआत जून के आखिरी या जुलाई के पहले हफ्ते से होगी। यह टूर्नामेंट तय फॉर्मेट के अनुसार ही होगा। सभी टीमें 30-30 मैच खेलेंगी।’’ हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में चाइनीज फुटबॉल एसोसिएशन द्वारा कोई आधिकारिक घोषणा की बात नहीं की गई है। वहीं, चीन ने कहा है कि उन्होंने देश में फैली महामारी पर नियंत्रण कर लिया है, लेकिन विदेश से आने वाले लोगों पर अब भी सतर्क रहने की जरूरत है। वरना कोरोना के दूसरे चरण में हालत और भी ज्यादा खराब हो सकती है।


फरवरी में होने वाली चाइनीज लीग अनिश्चितकाल के लिए टली थी
सीएसएल 22 फरवरी से होनी थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया था। इनके अलावा इस साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक को एक साल के लिए टाल दिया गया है, जबकि क्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगति कर दी गई। सितंबर में एशिया कप और अक्टूबर-नवंबर में टी-20 वर्ल्ड कप होना है, जिस पर संकट के बादल छाए हुए हैं। वहीं, फुटबॉल टूर्नामेंट्स में यूरोपियन चैम्पियंस लीग (यूईएफए) और यूरोपा समेत अन्य देशों की घरेलू लीग को भी अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया।