धरती से रवाना होंगे तीन अंतरिक्ष यात्री, कोरोना वायरस को लेकर बयां किया अपना दर्द

एक तरफ पूरी दुनिया जहां कोरोना वायरस महामारी का सामना कर रही है, वहीं तीन अंतरिक्ष यात्रियों का एक दल ऐसा भी है जो गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए रवाना होगा। इन तीन अंतरिक्ष यात्रियों में रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रॉसकॉसमॉस के अनातोली इवानिशिन और इवान वागनर के साथ अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के क्रिस कैसीडी शामिल हैं। इन यात्रियों को लेकर अंतरिक्ष यान कजाखस्तान स्थित रूस के बैकोनूर कॉस्मोड्रोम से अंतरराष्ट्रीय समय के मुताबिक आठ बज कर पांच मिनट पर रवाना होगा।
कोरोना वायरस का असर दुनियाभर में हर जगह देखने को मिल रहा है फिर चाहे वो लोगों की जिंदगी हो या फिर अर्थव्यवस्था। ऐसे में कोरोना वायरस का असर इस अंतरिक्ष यात्रा पर भी देखने को मिला, जिसके कारण इस यान के प्रक्षेपण के समय में कुछ बदलाव किया गया था।


सामान्य हालतों में यान के प्रक्षेपण से पहले अंतरिक्ष यात्री मीडिया से मुखातिब होते हैं। इस दौरान अंतरिक्ष यात्रियों को उनके परिजनों की तरफ से शुभेच्छा समेत विदाई दी जाती है। लेकिन इस बार कोरोना वायरस महामारी के फैलने की आशंका को देखते हुए, मौजूदा समय में यात्रा पर लगाए गए प्रतिबंध के चलते ऐसा कुछ भी नहीं हो सकेगा। हालांकि, इससे पहले बुधवार को हुए संवाददाता सम्मेलन में अंतरिक्ष यात्रियों ने ईमेल के जरिए पत्रकारों के सभी सवालों के जवाब दिए। इस दौरान अंतरिक्ष यात्रा पर जा रहे इन वैज्ञानिकों का दर्द भी सामने आया, जो अपने परिजनों से नहीं मिल सकते।


इस अंतरिक्ष यात्रा में जा रहे अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के क्रिस कैसीडी ने यह माना है कि उनके साथ आईएसएस पर जा रहे अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को भी यात्रा से पहले अपने परिजनों से न मिल पाने का मलाल है। क्रिस कैसीडी ने कहा कि वे समझ सकते हैं कि बाकी विश्व भी महामारी के संकट से जूझ रहा है।