एसकेएमसीएच में एईएस पीड़ित जुड़वा बहनों की मौत

मुजफ्फरपुर. कोरोनावायरस के संक्रमण के बीच मुजफ्फरपुर में बच्चों पर चमकी-बुखार ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। एसकेएमसीएच में इलाजरत एईएस पीड़ित दो जुड़वां बहनों की मौत हो गई। एक बहन की मौत सोमवार को हुई थी। दूसरी बहन की भी स्थिति गंभीर थी। मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया। इस साल एईएस से मरने वाले बच्चों की संख्या तीन हो गई है। जुड़वा बहनें सुखी कुमारी और मौसम की उम्र चार साल थी। दोनों मुशहरी प्रखंड के रजवाड़ा पंचायत के रौशनपुर चक्की के सुखलाल सहनी की बेटी थी।


स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट
एईएस पीड़ित बच्चों की संख्या 15 हो गई है। चमकी-बुखार से पीड़ित 10 बच्चों को इलाज के लिए एसकेएमसीएच व सदर अस्पताल में भर्ती किया गया है। पीड़ित बच्चों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। मौसम में नमी के बावजूद बच्चे एईएस से पीड़ित हो रहे हैं। मोतिहारी जिले के ढाका प्रखंड के चैनपुर बलहां गांव निवासी परिलाल राम की छह माह की बेटी चंचल कुमारी में भी एईएस की पुष्टि हुई है। ब्लड रिपोर्ट आने के बाद हाइपोग्लाइसीमिया करार देते हुए डॉक्टर ने एईएस की पुष्टि की है। 


बोले डीएम- कम तापमान पर भी बच्चों का एईएस से पीड़ित होना चिंताजनक
डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि अप्रैल में भी रह-रहकर हो रही बारिश के कारण तापमान काफी कम है। इसके बावजूद, जिले में एईएस/चमकी बुखार से प्रभावित बच्चों का अस्पताल पहुंचना चिंताजनक है। प्रशासन की ओर से प्रभावित सभी पंचायतों में जागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार जारी है। प्रभावितों के बीच पहुंचकर बेहतर प्रयास व बचाव कार्य किए जा रहे हैं।


एईएस से 29 मार्च को हुई थी इस साल पहली मौत
इस साल एईएस से यह तीसरी मौत है। इसके पूर्व सकरा प्रखंड के बाजी बुजुर्ग निवासी मुन्ना राम के 3 साल के बेटे आदित्य की मौत 29 मार्च को हो गई थी। एईएस पीड़ित 3 बच्चे अब भी एसकेएमसीएच की पीआईसीयू में इलाजरत हैं।