वुहान शहर में कोरोना वायरस के जन्म को लेकर अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में चीन की तरफ से सोमवार को कहा गया कि इस तरह की जांच का कोई कानूनी आधार नहीं है। चीन ने अपनी दलील में कहा कि अतीत में ऐसी महामारियों की जांच में कोई भी निर्णायक परिणाम नहीं आया है।
दुनियाभर में कहर बरपा रहे कोरोना वायरस के जन्म के मामले में चीन ने एक निष्पक्ष अंतरराष्ट्रीय जांच का आह्वान किया है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि कोरोना संकट को लेकर लंबे समय तक देश को अभूतपूर्व प्रतिकूल परिस्थितियों और चुनौतियों के लिए तैयार रहना चाहिए।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार कोरोना वायरस के मूल (सोर्स) को लेकर जांच का दबाव बना रहे हैं। उनका कहना है जांच में पता चलेगा कि कोरोना वायरस कहा से पैदा हुआ है, कहीं यह वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से तो नहीं निकला। अमेरिका के अलावा ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने कोरोना वायरस के मूल के लिए बीजिंग से अधिक पारदर्शिता की मांग की है।