लाॅकडाउन के बाद करना चाहते हैं हवाई सफर तो डाॅक्टर से लेना होगा हेल्थ सर्टिफिकेट, मास्क-ग्लव्स और डिस्पोजेबल कैप के बिना नहीं कर पाएंगे यात्रा

नई दिल्ली. अगर आप लाॅकडाउन के बाद हवाई सफर करने का मन बना रहे हैं या फिर आपको जरूरी काम के चलते हवाई सफर करना पड़ सकता है तो आप अपने साथ हेल्थ सर्टिकिफेट जरूर रखें। लॉकडाउन के बाद हवाई सफर करने के लिए हेल्थ सर्टिफिकेट साथ में रखना अनिवार्य हो सकता है। इतना ही नहीं हवाई सफर के दौरान आपको ग्लव्स, मास्क और डिस्पोजेबल कैप पहनने पड़ सकते हैं। साथ ही एयरपोर्ट पर यात्रियों के शरीर का तापमान चेक किया जाएगा।



एयरपोर्ट, एयरलाइन अधिकारियों और डाॅक्टर्स के बीच हो रही है चर्चा


ईटी की खबर के मुताबिक, एयरपोर्ट और एयरलाइंस अधिकारियों, डाक्टर्स और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों की टीम जल्द ही इन उपायों पर फैसला ले सकती है। सबकुछ सामान्य होने के बाद जब हवाई सफर शुरु होगी, लोग यात्रा करना शुरू कर देंगे तब उनकी सुरक्षा के लिए क्या कुछ उपाय किए जा सकते हैं इसपर चर्चा चल रही है और जल्द ही हेल्थ सर्टिफिकेट, मास्क, ग्लव्स, तापमान चेक को एयरपोर्ट पर अनिवार्य किया जा सकता है। इसके लिए तकनीकी समिति (टेक्निकल कमिटी) बनाई गई है। टेक्निकल कमिटी की यह टीम यात्रियों और उड़ान कर्मचारियों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) तैयार कर रही है और जल्द ही इसकी सिफारिशों के साथ सामने आएगी।


पोस्ट लाॅकडाउन उड़ान भरने के लिए इंडिगो की तैयारी


एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने लाॅकडाउन के बाद यात्रा शुरू होने अपने यात्रियों के लिए थर्मल स्क्रीन की सुविधा मुहैया करा रही है। इंडिगो बार-बार अपने विमानों की अच्छे तरीके से सफाई करेगा, कुछ वक्त के लिए विमान में भोजन परोसना बंद करेगा अैर हवाईअड्डे पर चलने वाली बसों में अधिकतम 50 फीसदी सीटें ही भरेगा। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए चेक-इन काउंटर पर यात्रियों की लाइन में कुछ फीट की दूरी तय कर दी जाएगी। केबिन क्रू मास्क, दस्ताने और प्रोटेक्टिव गाउन पहने होंगे।


स्पाइसजेट सोशल डिस्टेंसिंग के लिए पायलट को कर रही है ट्रेंड


स्पाइसजेट नए प्रोटोकॉल के साथ एक बार फिर उड़ान सेवाओं को शुरू करने के लिए तैयारी कर रही है, ताकि जब परिचालन शुरू हो तो इन प्रोटोकॉल नियमों को बेहतर तरीके से निभाया जा सके। स्पाइसजेट की ओर से तैयार किए जा रहे नए ब्लूप्रिंट के तहत, चेक-इन काउंटरों से लेकर टर्मिनल पर चलने वाली बसों और विमान पर सवार होने तक की प्रक्रिया के लिए विशेष तौर पर बरती जाने वाली हिदायतों पर जोर दिया जा रहा है। एयरलाइंस ने बसों में फ्लोर पर एक निश्चित दूरी पर नम्बरिंग की है। एक नम्बर वाले बॉक्स में एक यात्री ही खड़ा हो सकेगा। वहीं, सीटों पर सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करने के लिए क्रॉस के निशान बनाए गए हैं।


मिडिल सीट बुकिंग की मिल सकती है इजाजत


फ्लाइट्स की मिडिल सीट पर भी बुकिंग लेने की इजाजत भी मिल सकती है। हालांक यह एयरलाइन कंपनियों के लिए बड़ी राहत होगी। टेक्निकल कमिटी द्वारा की जाने वाली फ्लाइट्स की मिडल सीट पर भी बुकिंग लेने की इजाजत भी मिल सकती है। सिफारिशें में इसे भी शामिल किया गया है। बता दें कि लॉकडाउन लागू होने से पहले सरकार ने मिडल सीट खाली रखने का आदेश दिया था, जिसका सभी एयरलाइन कंपनियों ने यह कहते हुए विरोध किया था कि इससे उनकी आमदनी पर असर पड़ेगा।एक सीनियर एयरलाइन एग्जिक्यूटिव के अनुसार, 'सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों के तहत सुरक्षित फ्लाइट वही होगी, जो 33 फीसदी यात्री क्षमता के साथ उड़ान भरेगी। मिडल सीट खाली रखने का सुझाव एयरलाइन कंपनियों के लिए सही नहीं है। इसके उन पर भारी वित्तीय दबाव पड़ सकता है।'