लॉकडाउन में घर पर संघ की शाखा


भारत में कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है। रविवार को संक्रमित मामलों की संख्या 15,000 के पार हो गई । इस बीच राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के स्वयंसेवक सामाजिक कार्य में लगे है । वहीं संघ अपने कार्य को गति देने के लिए कार्यकर्ताओं को इस संक्रमण के दौर में परिवार प्रबोधन के साथ शाखा लगाने के लिए कहा है। संघ ने अपने आयोमो से  एक "परिवार प्रबोधन " को ये काम दिया है। सामान्यतः संघ की शाखा पुरुषों के लिए अलग और महिलाओं के लिए अलग हुआ करती है। संघ ने अपने कार्यकर्ता को कहा कि वो अपने परिवार के लोगों के साथ अपने घर पर ही शाखा लगाएं और संघ की प्रार्थना करें ।संघ ने इसका प्रारूप राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किया है । इसके लिए तय समय और तिथि भी निर्धारित किए गए थे ।
इसी कड़ी में नॉएडा में रह रहे स्वंयसेवको ने परिवार प्रबोधन की शाखा अपने घर में ही लगाई। नॉएडा महानगर के प्रचार प्रमुख मनीष ने कहा कि तय समय के अनुसार 19 अप्रैल शाम के 5:30 में दस हजार संघ से जुड़े परिवार ने शाखा लगाई और प्रार्थना की । उन्होंने यह भी कहा कि संघ के केंद्रीय आदेश के अनुसार यह निर्णय लिया गया है अगर देखे तो गौतमबुद्ध जिले में बाईस हजार परिवारों में  परिवार प्रबोधनी की शाखा लगी है। 


परिवार प्रबोधनी शाखा क्यों 
संघ से जुड़े लोगों का कहना है कि इस संक्रमण के दौर में प्रत्येक व्यक्ति परेसानी का सामना कर रहा है इस लिए संघ ने जन कल्याण और स्वंय सेवकों को समाजिक कार्यों के लिये मज़बूती मिल सके इसलिये ऐसा किया गया । ताकि संघ से जुड़े लोग निष्क्रिय न हो सकें । कोरोना महामारी की वजह से लॉकडाउन के दौरान पार्क या खुले जगहों पर शाखा लगाने की मनाही है। इसके स्थान पर स्वंय सेवकों को इस दौरान परिवार के साथ घर पर ही शाखा लगाने को कहा गया है। और इससे अच्छा मौका क्या हो सकता है कि परिवार के लोग भी घर बैठे संघ की कार्यप्रणाली को आसानी से समझ सकें ।