नंगल. कर्फ्यू के माहौल में सोमवार को नंगल में पंजाब-हिमाचल प्रदेश बॉर्डर पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। बताया जाता है कि हिमाचल प्रदेश की सरकार ने अपने लोगों को निकालने के लिए ऑनलाइन पास जारी किए थे। पंजाब सरकार के साथ तालमेल सही नहीं होने के चलते यह सारी गड़बड़ हुई। सोमवार तड़के नंगल हिमाचल बार्डर पर हजारों लोग पहुंच गए। घर वापसी के उत्साह में लोगों ने शारीरिक दूरी के नियम की भी धज्जियां उड़ा दी। नाके पर तैनात पुलिस कर्मियों को स्थिति संभालने के लिए उच्चाधिकारियों से संपर्क करना पड़ा। लोग रविवार देर रात से ही बॉर्डर पर जुटने शुरू हो गए थे। नाके पर तैनात पुलिस मुलाजिमों को यह अंदाजा नहीं था कि कितने लोग यहां पहुंच सकते हैं। सुबह होते-होते हजारों से संख्या में लोग पहुंच गए। इस दौरान धक्का-मुक्की होती भी दिखी। शारीरिक दूरी के नियमों की धज्जियां उड़ी। सीमा पर कारों की भी लंबी लाइन लगी रही। बाद में मामले जब उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आया तो उन्होंने स्थिति को संभाला। हिमाचल सीमा पर पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीमें तैनात की गई थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम एक-एक व्यक्ति की जांच कर रही थी, लेकिन भीड़ के कारण कर्मचारियों को परेशानी झेलनी पड़ी। चंडीगढ़ से भी काफी हिमाचली नागरिक भेजे गए, नहीं दिखी नंगल जैसी अव्यवस्था
दूसरी ओर चंडीगढ़ से भी काफी संख्या में हिमाचली नागरिक वापस भेजे गए। दरअसल, बीते दिन चंडीगढ़ में फंसे छात्रों की भी घर वापसी हुई थी, लेकिन यहां हिमाचल सरकार ने अपनी गाड़ियां भिजवाई थी। हिमाचल भवन में छात्र एकत्र हुए और जांच के बाद बसों में बैठकर रवाना हुए। चंडीगढ़ में प्रोपर कोर्डिनेशन होने के कारण नंगल जैसी अव्यवस्था नहीं दिखी। जो स्टूडेंट्स अपने गंतव्य तक जाने के लिए हिमाचल भवन आ रहे थे, उन्हें प्रशासन की तरफ से मास्क भी दिए जा रहे थे।
पंजाब में फंसे लोगों के लिए हिमाचल सरकार ने ऑनलाइन पास जारी किए, कोर्डिनेशन की कमी में बॉर्डर पर मची अफरा-तफरी