जालंधर. पंजाब में कोविड-19 का हमला जारी है। मंगलवार को पटियाला में एक डॉक्टर समेत पांच तो मोहाली में एक और व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं। अब राज्य में अब तक कुल 251 लोगों को संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें से 38 ठीक हो गए तो एक पुलिस अधिकारी, दो रागियों समेत 16 लोगों की जान भी यह खतरनाक वायरस ले चुका है। अब तक 6797 लोगों के सैंपल लिए गए, जिनमें से 6273 की रिपोर्ट निगेटिव आई तो 273 की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। इनमें तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों की संख्या 27 चल रही है। दूसरी ओर देखा जाए तो पिछले कुछ दिनों में संक्रमण के मामलों में दोगुणे के करीब बढ़ोतरी हुई है। 9 अप्रैल को पॉजिटिव मरीजों की संख्या 131 थी।
कौन हैं पटियाला के नए संक्रमित
पटियाला जिले के राजपुरा में प्राइवेट अस्पताल के एक डॉक्टर सहित पांच लोग संक्रमित पाए गए। सभी पहले पॉजिटिव आई एक बुजुर्ग महिला व उसके परिवार के संपर्क में आए थे। महिला का परिवार इसी डॉक्टर से इलाज करा रहा था। अस्पताल को सील कर दिया गया है। अब सेहत विभाग डॉक्टर, उनके स्टाफ के सदस्यों व परिवार के लोगों के भी सैंपल लेगा। सिविल सर्जन डॉ. हरीश मल्होत्रा के मुताबिक राजपुरा की महिला के परिवार के छह सदस्य पॉजिटिव आ चुके हैं। अब जिले में कुल संक्रमित लोगों की संख्या 31 हो गई है।
और किस जिले में क्या स्थिति है?
मोहाली के नया गांव में 25 वर्षीय युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 62 पहुंच गई है।
दूसरे नंबर पर जालंधर में 48 तो तीसरे नंबर पटियाला में 31 और चौथे नंबर पठानकोट में 24 लोग कोरोना संक्रमित हैं। नवांशहर में 26 मार्च तक 19 लोग संक्रमित थे, लेकिन इसके बाद से कोई नया मामला नहीं जुड़ा है।
लुधियाना में 15, अमृतसर और मानसा में 11-11, होशियारपुर में 7, मोगा में 4 मामले अब तक सामने आए हैं।
फरीदकोट, रोपड़ और संगरूर में 3-3 लोग कोरोना संक्रमित मिले तो बरनाला, फतेहगढ़ साहिब, कपूरथला और गुरदासपुर में 2-2 केस पॉजिटिव आए।
इसके अलावा मुक्तसर और फिरोजपुर में 1-1 व्यक्ति कोरोना संक्रमित हैं, वहीं गनीमत है कि बठिंडा, फाजिल्का और तरनतारन जिले अभी तक कोरोना संक्रमण की स्थिति से मुक्त हैं।
अब तक हुई 16 लोगों की मौत, कहां कब गई जान
18 मार्च को नवांशहर जिले के गांव पठलावा के 70 वर्षीय बुजुर्ग पाठी की मौत हुई, जो बीते दिनों जर्मनी से आया था।
29 मार्च को होशियारपुर गांव मोरांवाली के बुजुर्ग पाठी की मौत हो गई। वह नवांशहर के बुजुर्ग पाठी के संपर्क में आने की वजह से संक्रमित हो अमृतसर में भर्ती कराया गया था।
30 मार्च को लुधियाना की 42 साल की महिला की पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल में भर्ती कराए जाने और संक्रमण की पुष्टि होने के कुछ ही घंटे बाद मौत हो गई थी।
31 मार्च को चंडीगढ़ पीजीआईएमईआर में भर्ती मोहाली के 65 साल के व्यक्ति ने दम तोड़ दिया।
2 अप्रैल को अमृतसर में भर्ती श्री हरिमंदिर साहिब के पूर्व रागी का भी निधन हो गया।
5 अप्रैल को लुधियाना के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती 69 वर्षीय महिला ने दम तोड़ दिया, जो 31 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराई गई थी।
5 अप्रैल को ही पठानकोट जिले के सुजानपुर की 75 वर्षीय महिला की अमृतसर में मौत हो गई। यह जिले का पहला पॉजिटिव केस था।
6 अप्रैल को अमृतसर में नगर निगम से रिटायर हो चुके 65 साल के एक और व्यक्ति ने दम तोड़ दिया।
8 अप्रैल को पीजीआईएमईआर में भर्ती रोपड़ जिले के गांव चतामली 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। यह संक्रमण का जिले का पहला मामला था।
8 अप्रैल को बरनाला की एक महिला की भी मौत हुई। उसकी रिपोर्ट मौत के बाद पॉजिटिव आई थी।
8 अप्रैल को मोहाली जिले की दूसरी मौत एक महिला की हुई। पहले रिपोर्ट निगेटिव आई थी, जबकि मौत के बाद नमूना पॉजिटिव आया।
9 अप्रैल गुरुवार की सुबह जालंधर में कांग्रेसी नेता के 59 वर्षीय पिता ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
9 अप्रैल को जालंधर जिले के शाहकोट में मरी महिला की रिपोर्ट 13 अप्रैल को पॉजिटिव आई।
16 अप्रैल को अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में गुरदासपुर जिले के गांव भैणी पसवाल का रिटायर्ड टीचर ने दम तोड़ दिया।
17 अप्रैल को लुधियाना जिले के सब डिविजन पायल निवासी कोरोना पॉजिटिव 58 वर्षीय कानूनगो गुरमेल की मौत हो गई।
18 अप्रैल को लुधियाना में 24 घंटे के भीतर दूसरी मौत एसीपी अलिल कोहली की हुई।
सबसे ज्यादा मौत 51 से 60 साल के आयु वर्ग में
अब तक हुई मौतों में लुधियाना की 42 साल की महिला सबसे कम उम्र की थी। उसे मिलाकर 50 साल तक की उम्र के 2 लोग कोरोना से दम तोड़ चुके हैं। 7 लोग 51 से 60 साल के आयु वर्ग से थे, 61 से 70 साल के आयु वर्ग के तीन लोगों की मौत हुई, वहीं 4 कोरोना संक्रमित ऐसे थे, जिनकी उम्र 70 साल या इससे ऊपर थी।