सर्विस सेक्टर की गतिविधियों में गिरावट, मार्च में सर्विसेज पीएमआई 8 पॉइंट घटकर 49.3 पर आया

नई दिल्ली. मार्च में सर्विस सेक्टर की गतिविधियों में तेज गिरावट आई। इन्फॉर्मेशन प्रोवाइडर आईएचएस मार्किट इंडिया का सर्विसेज बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स (सर्विसेज पीएमआई) मार्च में 49.3 पर आ गया। फरवरी में यह 57.5 रहा जो कि 85 महीने में सबसे ज्यादा था। कोरोनावायरस का असर बढ़ने की वजह से पिछले महीने इसमें कमी आई।


कोरोना के असर का अभी पूरा अनुमान नहीं


पीएमआई का 50 से ऊपर रहना सेक्टर की गतिविधियों में विस्तार को दर्शाता है जबकि 50 से कम रहने का मतलब है कि गतिविधियों में गिरावट आई है। आईएचएस मार्किट के इकोनॉमिस्ट जोए हेयज का कहना है कि भारत के सर्विस सेक्टर पर कोरोनावायरस के असर का पूरा अनुमान अभी नहीं लगाया गया है। लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए 12 मार्च से 27 मार्च तक के आंकड़ों के आधार पर यह सर्वे किया गया है।


सर्विस प्रोवाइडर के ऑर्डर 6 महीने में पहली बार घटे


हेयज ने कहा है कि देशभर में बंद और घरों से निकलने पर पाबंदी की वजह से सर्विस सेक्टर की इकोनॉमी पर इससे भी बुरा असर सामने आएगा जैसा कि दुनिया के बाकी देशों में देखा गया है। पीएमआई सर्वे में शामिल पैनल का कहना है कि मांग में कमी, कंपनियों द्वारा वर्कफोर्स में कटौती और नई नौकरियां घटने की वजह से कारोबारी गतिविधियों में कमी आई। सितंबर 2019 के बाद पहली बार सर्विस प्रोवाइडर के ऑर्डर कम हुए हैं। लॉकडाउन की वजह से सरकार पर आर्थिक चुनौतियों से निपटने का दबाव बढ़ गया है।


आउटपुट में तेज गिरावट


मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर की गतिविधियां बताने वाला कंपोजिट पीएमआई आउटपुट इंडेक्स घटकर 50.6 पर आ गया। फरवरी में यह 57.6 पर था। इससे पता चलता है कि प्राइवेट सेक्टर के आउटपुट में तेज गिरावट आई है।