अब बिना नाम पते के नहीं मिलेगी खांसी, जुकाम व बुखार की दवा; मेडिकल स्टोर्स पर देना होगा ब्यौरा

लखनऊ. बीते एक सप्ताह से राज्य के ज्यादातर जिलों में मुंबई, दिल्ली व अन्य प्रांतों से लौटने वाले श्रमिक कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं। अभी भी तमाम ऐसे हैं, जिन्हें सर्दी-खांसी व बुखार की शिकायत है, लेकिन वे इलाज न कराकर मेडिकल स्टोर से दवा खरीदकर खा रहे हैं। इस खतरे को भांपते हुए योगी सरकार ने मेडिकल कारोबारियों के लिए गाइड लाइन जारी की है। सर्दी, खांसी व बुखार की दवा लेने के लिए मेडिकल स्टोर पर लोगों को अपना नाम, पता व मोबाइल नंबर देना होगा, वहीं दवा व्यवसायी हर दिन इसकी डिटेल स्वास्थ्य विभाग को अपडेट कराएंगे। 


स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के ई-लिंक पर भेजना होगा ब्यौरा


आयुक्त औषधि अनुज्ञापन एवं नियंत्रण प्राधिकारी एके जैन द्वारा इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। कहा गया है कि, कोविड-19 संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सभी जिले शाम पांच बजे तक प्रतिदिन संबंधित रिपोर्ट भेजेंगे। बुखार, खांसी तथा जुकाम से मिलने-जुलते लक्षणों के आधार पर दुकानों से सीधे दवा खरीदने वालों के नाम, फोन नंबर तथा पते का ब्यौरा चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के ई-लिंक पर भेजना होगा।


शासन करेगा रिपोर्ट की समीक्षा


फुटकर दुकानों पर इन बीमारियों की दवा लेने आने वाले मरीजों का नाम, पता, मोबाइल नंबर दुकानदार नोट करेंगे और रोज शाम को 6 बजे औषधि विभाग को इसकी सूचना देंगे। इसी के आधार पर विभाग शासन को अपनी रिपोर्ट भेजेगा। जिससे उनकी भी विभाग मॉनिटरिंग कर सके। यह सूची प्रतिदिन शासन को भेजी जाएगी। बीते 15 दिन की जानकारी भी मांगी है कि सदी-खांसी व बुखार के कितने मरीज किस क्षेत्र से आए हैं। इसके आधार पर विभाग अब उन तक पहुंचकर स्क्रीनिंग व स्वास्थ्य परीक्षण करेगा।


राज्य में 3902 पॉजिटिव केस मिले


उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बीते 24 घंटे में शुक्रवार सुबह तक प्रदेश में 147 नए मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या 3,902 तक पहुंच गई है। इसमें 1742 एक्टिव केस हैं। अब तक 2072 मरीज सही होकर अपने घर लौट चुके हैं, जबकि 88 लोग दम तोड़ चुके हैं।