चंडीगढ़. हरियाणा से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश सरकार को सोनीपत में हुए शराब घोटाले और किसानों के मुद्दे पर घेरते हुए कटघरे में खड़ा किया है। शनिवार को प्रेसवार्ता करते हुए दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान शराब की होम डिलीवरी की गई और राज्य के 52 ठेकों से अवैध शराब बेची गई थी। बता दें कि हरियाणा के सोनीपत जिले में खरखौदा के अंदर सरकार द्वारा जब्त की गई शराब एक गोदाम में रखी गई थी। इस गोदाम से पुलिस की मिलीभगत से 5 हजार से ज्यादा विदेशी शराब की पेटियां गायब हो गई थी। इसके बाद यह मामला उजागर हुआ था।
दीपेंद्र हुड्डा बोले- गठबंधन सरकार को किसानों से ज्यादा चिंता शराब ठेकेदारों की है
दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि शराब घोटाले की जांच के लिए सरकार ने एसआईटी गठित करने की बजाय एसईटी बनाकर प्रदेश वासियों की आंखों में धूल झोंकने का काम किया है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक संरक्षण के बिना शराब नहीं बिक सकती। शराब घोटाले पर गठित एसआईटी पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि अपनी ही सरकार के नेताओं के खिलाफ कैसे जांच कर पाएगी। यह बड़ा सवाल है।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सतविंद्र राणा जननायक जनता पार्टी के उपाध्यक्ष हैं और कलायत से जजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा है। प्रदेश में हजारों करोड़ का शराब घोटाला होने का दावा करते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि गठबंधन सरकार किसानों व व्यापारियों से ज्यादा चिंता शराब ठेकेदारों की है। इसलिए इस शराब घोटाले की जांच सीबीआई अथवा हाईकोर्ट के न्यायाधीशों से करानी चाहिए।
दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने गेहूं खरीद की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि आढ़तियों व किसानों को भरोसे में नहीं लिया। मंडियों से उठान बिल्कुल ठप है। किसान भुगतान के लिए चिंतित है। कांग्रेसी सांसद ने दावा किया कि अभी तक 65 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई, जिनकी पेमेंट 12 हजार 500 करोड़ रुपये बनती है, लेकिन अभी तक 1500 करोड़ रुपये की पेमेंट का दावा किया गया। अभी 11 हजार करोड़ की पेमेंट बाकी है। दादूपुर-नलवी नहर की पैरवी करते हुए हुड्डा ने कहा कि यह नहर किसानों के लिए जीवन रेखा है। इस परियोजना को दोबारा शुरू किया जाना चाहिए।