होटल इंडस्ट्री पर कोरोना का साया, दो माह में देश के 11 बड़े शहरों में होटलों के प्रति रूम का रेवेन्यू घटकर 29 प्रतिशत पर आया

नई दिल्ली. वैश्विक महामारी कोरोनावायरस ने पूरे विश्व को अपने घेरे में ले लिया है, वहीं सभी उद्योग जगत प्रभावित हो रहा है। सबसे अधिक नुकसान होटल व्यवसाय को हो रहा है। प्रॉपर्टी कंसल्टेंट JLL इंडिया सर्वे के मुताबिक, महामारी के चलते देश के 11 बड़े शहरों में होटल उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जनवरी से मार्च के दौरान बड़े शहरों में प्रति रूम रेवेन्यू (RevPAR) में 29 फीसदी तक गिरावट आई है। इस दौरान आक्युपेंसी लेवल में भी गिरावट देख गई है।


इन शहरों में बुरी तरह प्रभावित हुई है होटल इंडस्ट्री
जेएलएल इंडिया के मुताबिक, दिल्ली, मुंबई, पुणे, चेन्नई, कोलकाता, जयपुर, अहमदाबाद, बेंगलुरू, गोवा, हैदराबाद, जयपुर और गुरूग्राम जैसे 11 शहरों में जनवरी से मार्च के बीच आक्युपेंसी रेट में जहां 5 से 17 फीसदी गिरावट आई। वहीं, रेवेन्यू में 13 से 29 फीसदी तक गिरावट आई है, कोविड-19 की वजह से साल 2020 की पहली तिमाही में डोमेस्टिक होटल और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर पर बुरा असर पड़ा है।


दिल्ली में ऑक्यूपेंसी लेवल में 16.9 फीसदी गिरावट


रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी-मार्च 2020 के दौरान देश की राजधानी दिल्ली में सबसे ज्यादा सालाना आधार पर आक्युपेंसी रेट में गिरावट दर्ज की गई है। दिल्ली के बाद जयपुर में 16.4 फीसदी घटा है। मुंबई, बेंगलुरू और गुरूग्राम में आक्युपेंसी लेवल में 15.2 फीसदी गिरावट आई है। सालाना आधार पर आक्युपेंसी रेट कोलकाता में 13.5 फीसदी, हैदराबाद में 12.1 फीसदी, पुणे में 11.8 फीसदी, गोवा में 10 फीसदी, चेन्नई में 9.7 फीसदी और अहमदाबाद में 5.1 फीसदी कम हुआ है।


बेंगलुरू और दिल्ली में कम हुआ रेवेन्यू


रेवेन्यू पर अवेलेबल रूम की बात की जाए तो सबसे ज्यादा गिरावट बेंगलुरू में दर्ज की गई है। रेवेन्यू पर अवेलेवल रूम सालाना आधार पर मार्च तिमाही में सबसे ज्यादा 28.5 फीसदी बेंगलुरू में कम हुआ है। इसके बाद दिल्ली में 20.3 फीसदी, मुंबई में 20 फीसदी, कोलकाता में 19.8 फीसदी, जयपुर में 19.6 फीसदी, गुरुग्राम में 19.5 फीसदी, गोवा में 15.3 फीसदी, चेन्नई में 14.9 फीसदी, हैदराबाद में 13.6 तो पुणे में 13.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।


जेएलडी इंडिया के प्रबंध निदेशक, होटल्स एंड हॉस्पिटैलिटी ग्रुप, जयदीप डांग ने कहा कि वैश्विक महमारी के चलते होटल इंडस्ट्री को फरवरी और मार्च में ही भारी नुकसान झेलना पड़ा है। उन्होंने कहा कि पिछले साल होटल उद्योग काफी बेहदर प्रदर्शन कर रहा था लेकिन पिछले दो महीनों में स्थिति पूरी तरह बदल गई।